Dr. Mahendra Bhatnagar Ki Kavya-Srishti

गुरुवार, 4 अक्तूबर 2007

डा.महेंद्रभटनागर

परिचय
उत्कृष्ट काव्य-संवेदना-समन्वित द्विभाषिक कवि : हिंदी और अंग्रेज़ी .
सन 1941 से काव्य-रचना आरम्भ. ‘विशाल भारत’, कोलकता [मार्च1944] में प्रथम कविता का प्रकाशन.
लगभग छ्ह- वर्ष की काव्य-रचना का परिप्रेक्ष्य स्वतंत्रता-पूर्व भारत; शेष स्वातंत्र्योत्तर .
राजनीतिक-राष्ट्रीय चेतना-सम्प्न्न रचनाकार. लब्ध-प्रतिष्ठ नवप्रगतिवादी-जनवादी कवि. अन्य प्रमुख काव्य- विषय : प्रेम, प्रकृति, जीवन-दर्शन. दर्द की गहन अनुभूतियों के समान्तर जीवन ऒर जगत के प्रति आस्थावान कवि. अदम्य जिजीविषा एवं आशा-विश्वास के अद्भुत-अकम्प स्वरों के सर्जक .
जन्म : 26 जून 1926 / झांसी (उ. प्र.)
शिक्षा : एम. ए. (1948), पी-एच. डी. (1957) नागपुर विश्वविद्यालय से .
कार्य : कमलाराजा कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय / जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर से प्रोफ़ेसर- अध्यक्ष पद से सेवा-निवृत.
सम्प्रति : शोध-निर्देशक — हिंदी भाषा एवं साहित्य .
कार्यक्षेत्र : चम्बल-अंचल, मालवांचल, बुंदेलखंड.
प्रकाशन : ‘डा. महेंद्रभटनागर-समग्र’ छ्ह खंडों में उपलब्ध. प्रकाशित काव्य-कृतियां 20.
अनुवाद : कविताएं अंग्रेज़ी, फ्रेंच, चेक एवं अधिकांश भारतीय भाषाओं में अनूदित व पुस्तकाकार प्रकाशित.
सम्पर्क : 110 बलवंतनगर, गांधी रोड, ग्वालियर — 474 002 (म.प्र.)
फ़ोन : 0751-4092908